समाचार
भारत ने दोनों सेक्शंस में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा!
भारतीय महिला टीम ने भारत के लिए एक उत्कृष्ट चेस ओलंपियाड के सपने को पूरा किया।

भारत ने दोनों सेक्शंस में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा!

Colin_McGourty
| 0 | शतरंज घटना कवरेज

जीएम गुकेश डोमराजू, अर्जुन एरिगैसी और प्रग्गनानंद रमेशबाबू ने जीत हासिल की और भारतीय पुरुषों ने स्लोवेनिया पर 3.5-0.5 की शानदार जीत के साथ 45वें फिडे चेस ओलंपियाड को अपने नाम किया। वे पांच टीमों से पूरे चार अंक आगे रहे, जिसमें जीएम वेस्ली सो द्वारा चीन को हराने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने रजत पदक जीता, जबकि उज्बेकिस्तान को फ्रांस पर जीत और कांस्य पदक के लिए जीएम शमसिद्दीन वोखिदोव का शुक्रिया अदा करना पड़ा। चीन, सर्बिया और आर्मेनिया पोडियम पर पहुंचने से चूक गए।

महिलाओं के 45वें फिडे चेस ओलंपियाड में भी, यह टीम इंडिया थी जिसने 2022 में घरेलू धरती पर खेलते हुए मामूली अंतर से चूकने के बाद पहली बार स्वर्ण पदक जीता। अजरबैजान को 3.5-0.5 से हराने के बाद, उन्होंने देखा कि कजाकिस्तान, जो शुरू से ही बराबर मैच प्वाइंट पर था, ने अपना मैच अमेरिकी टीम के साथ बराबरी पर ख़तम कर लिया है।

2024 चेस ओलंपियाड समाप्त हो गया है। फोटो: मार्क लिवशिट्ज़/फिडे

ओपन सेक्शन: भारत ने एक कदम और आगे बढ़ाया; अमेरिका, उज्बेकिस्तान ने पोडियम हासिल किया!

भारत की टीम स्लोवेनिया के खिलाफ़ जल्दी-जल्दी ड्रॉ लेकर ओलंपियाड गोल्ड जीत सकती थी, लेकिन भारत ने वही किया जो वह करता आ रहा था और मैदान पर अपना दबदबा बनाए रखा। टीम ने स्लोवेनिया को रौंद दिया, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका और उज्बेकिस्तान ने मामूली जीत के साथ क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।

सभी गेम्स और परिणाम यहाँ देखें।

अंतिम स्टैंडिंग से पता चलता है कि भारत एक अलग स्तर का चैस खेल रहा है, वह अन्य टीमों से चार अंक आगे है।

अंतिम दौर में प्रवेश करते हुए, भारत का स्वर्ण पदक लगभग सुनिश्चित था, लेकिन यह "लगभग" मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से संभावित रूप से मुश्किल था। गुकेश ने एफएम माइक क्लेन से कहा:

"कल टीम मीटिंग में हम पहले से ही जश्न के मूड में थे। मुझे स्वीकार करना चाहिए कि कल के खेल के बाद मैं बहुत उत्साहित था और मैं आज खेलना भी नहीं चाहता था। मैं खेलना चाहता था, लेकिन मुझे उम्मीद थी कि कोई गेम नहीं होगा। हम सभी बहुत खुश थे, लेकिन हमने खुद को ध्यान केंद्रित करने और यहाँ आने, काम करने और फिर जश्न मनाने के लिए मजबूर किया।"

यह कहना उचित होगा कि टीम का मिशन पूरा हो गया!

शीर्ष बोर्ड पर गुकेश ने खतरनाक जीएम व्लादिमीर फेडोसीव को परास्त कर दिया।

गुकेश को मीडिया का ध्यान आकर्षित करने का अच्छा अनुभव मिल रहा है जो उन्हें विश्व चैम्पियनशिप मैच में काम आएगा। फोटो: मार्क लिवशिट्ज़/फिडे

गुकेश ने बताया कि उनका ध्यान अपने व्यक्तिगत परिणाम पर नहीं था और उन्होंने चेन्नई ओलंपियाड को याद किया, जब ऐसा लग रहा था कि भारत स्वर्ण जीत जाएगा, लेकिन फिर वे जीएम नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव से एक महत्वपूर्ण गेम हार गए:

"मेरे लिए यह टूर्नामेंट, खासकर पिछली बार जो हुआ था, उसके बाद से, काफ़ी महत्वपूर्ण था क्यूंकि हम एक टीम के रूप में स्वर्ण जीतने के बहुत करीब थे। इस बार मैंने सोचा कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं टीम के लिए स्वर्ण जीतने के लिए कुछ भी करूंगा, इसलिए मैंने व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में ज़्यादा नहीं सोचा। मैं बस यही चाहता था कि इस बार टीम जीते।"

इस बार मैंने सोचा कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं टीम के लिए स्वर्ण जीतने के लिए कुछ भी करूंगा!

—गुकेश डोमराजू

फिर भी, उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इस स्पर्धा में 3,000+ का प्रदर्शन करते हुए 30 रेटिंग अंक अर्जित किए और निश्चित रूप से बोर्ड वन का व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी जीता।

वास्तव में, एकमात्र प्रतिस्पर्धा उनके साथी अर्जुन से थी, जिन्होंने नौ गेम जीते और अब वे विश्व में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं, तथा ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना जिन्हे चौथे स्थान पर धकेल दिया गया।

ऐसा लग रहा है कि इन भारतीय सितारों को शीर्ष पांच से बाहर रखना मुश्किल हो सकता है। इमेज: 2700chess

इस ओलंपियाड में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, अर्जुन का गेम, 20 वर्षीय स्लोवेनियाई जीएम जान सुबेलज पर जीत, हमारा गेम ऑफ द डे है। जीएम राफेल लीटाओ इसका विश्लेषण नीचे कर रहे हैं।

प्रग्गनानंद की जीत, जिन्हें भारतीय टीम के लिए पूरे इवेंट में एकमात्र हार का सामना करना पड़ा था, सोने पर सुहागा थी।

प्रग्गनानंद ने वापसी करते हुए ओलंपियाड का समापन शानदार तरीके से किया। फोटो: मारिया एमिलियानोवा/chess.com

नाममात्र रूप से, यदि भारत की स्थिति खराब होती तो चीन अभी भी स्वर्ण पदक जीत सकता था, लेकिन जब विश्व चैंपियन डिंग लीरेन ने कारूआना के खिलाफ़ व्हाइट मोहरों से 10 चालों में ड्रॉ खेला, तो यह स्पष्ट हो गया कि वे उस स्थिति में बड़ी जीत के लिए कोशिस नहीं कर रहे, जिसकी उन्हें आवश्यकता थी।

डिंग लिरेन और फैबियानो कारूआना के लिए 2024 #ChessOlympiad का अंत कैसे हुआ! - (@chess24com) September 22, 2024

वास्तव में, यह अमेरिकी टीम ही थी जिसने जीत हासिल की और उसे रजत पदक प्राप्त हुआ।

यह परिणाम बहुत बढ़िया था, यह देखते हुए कि बुडापेस्ट में केवल जीएम लेवोन एरोनियन ही रेटिंग पॉइंट खोने से बच पाए। शायद चीजें अलग हो सकती थीं अगर सो ने पहले ही वार्मअप कर लिया होता, क्योंकि पिछले दो राउंड में उनकी जीत से पता चलता है कि वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में वापस आ गए हैं। प्रगनानंद को हराने से भारत की हार नहीं हुई, लेकिन इवेंट के सितारों में से एक, जीएम वेई यी पर समान रूप से प्रभावशाली जीत ने सारा अंतर पैदा कर दिया।

वेस्ली सो इवेंट खत्म होने से ठीक पहले फॉर्म में नजर आ रहे थे। फोटो: मारिया एमिलियानोवा/Chess.com

कांस्य पदक गत चैंपियन उज्बेकिस्तान को मिला, जहां वोखिदोव ने एक रोमांचक गेम में जीत हासिल की, जीएम मैक्सिम लेगार्ड को शुरुआत में व्हाइट मोहरों से बड़ी बढ़त हासिल थी, लेकिन वह अपनी स्थिति को गलत तरीके से खेल गए और समय के संकट से बच नहीं पाए।

वोखिदोव का उनकी टीम द्वारा नायक जैसा स्वागत किया गया।


उज्बेकिस्तान की टीम शम्सिद्दीन वोखिदोव को फ्रांस के खिलाफ मैच जीतने पर बधाई देती हुई! -(@chess24com) September 22, 2024

उन्होंने बोर्ड चार पर नाबाद 8/10 के स्कोर के साथ व्यक्तिगत स्वर्ण भी जीता।

भारत को छोड़कर, सभी शीर्ष टीमें दो मैच हरी थी, और इसलिए बहुत कुछ अंतिम दौर पर निर्भर था। सर्बिया की यूक्रेन पर 3.5-0.5 की जीत और आर्मेनिया की ईरान पर 2.5-1.5 की जीत ने उन्हें दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया, हालांकि वे टाईब्रेक में पदक से चूक गए। जर्मनी को ओलंपियाड में शुरुआत में भारी नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन जीएम फ्रेडरिक स्वेन के व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले 8/9 की बदौलत वह सातवें स्थान पर रही। यह उचित था, क्योंकि टीम ने सातवें स्थान पर शुरुआत की थी।

टर्की सिर्फ़ एक मैच हारकर 12वें स्थान पर रही, जबकि 15 वर्षीय एडिज़ गुरेल ने बोर्ड दो पर व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता। फोटो: मिशल वालुज़ा/फिडे

वूमेन सेक्शन: भारत ने कजाकिस्तान, अमेरिका को पछाड़कर जीत हासिल की।

यह भारतीय चेस के लिए सबसे सफल दिन था क्योंकि महिला टीम ने ऐतिहासिक पहला स्वर्ण पदक जीता, जिसमें 2020 ऑनलाइन ओलंपियाड में रूस के साथ पहले स्थान के लिए टाई शामिल नहीं है। 2022 में कांस्य के बाद यह उनका दूसरा ओलंपियाड टीम पदक था, और 2018 के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि किसी देश ने दोनों शीर्ष ओलंपिक पुरस्कार छीन लिए (तब यह चीन था)।

अपने पुरुष साथियों के विपरीत, जिन्होंने एक भी मैच नहीं हारा, भारतीय महिला टीम को लगातार सात राउंड जीतने के बाद आठवें राउंड में पोलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद अमेरिका के साथ 2-2 से बराबरी हुई, लेकिन उसके बाद चीन और अजरबैजान के खिलाफ़ जीत के साथ उन्होंने जोरदार वापसी की।

Budapest 2024 Olympiad women final standings

अमेरिका के खिलाफ़ 2-2 से बराबरी पर रहने के बाद, कजाकिस्तान भारत के साथ मुकाबला हार गया, हालांकि अंत में उन्होंने रजत पदक जीता - 10वीं वरीयता प्राप्त टीम के लिए यह बिल्कुल भी बुरा नहीं था। (यह उनका पहला ओलंपिक टीम पदक था।) अमेरिका ने कांस्य पदक जीता, जो 2008 के बाद से उनका पहला पदक था (वह भी कांस्य था), 2004 में रजत पदक उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास रहा।

Budapest Olympiad women results round 11

पूरे नतीजे यहाँ देखें।

जीएम हरिका द्रोणावल्ली ने बोर्ड वन पर आईएम गुने मम्मादज़ादा के खिलाफ़ अच्छी जीत के साथ भारत के लिए लय स्थापित की, जहाँ रूक एंडगेम में अंतर पैदा किया गया। जबकि अज़रबैजानी खिलाड़ी ने बहुत निष्क्रियता से खेला और अनावश्यक रूप से अपने किंगसाइड को कमज़ोर कर दिया, हरिका ने ड्रॉ की स्थिति से पूर्ण अंक हासिल करने के लिए उत्कृष्ट एंडगेम तकनीक दिखाई।

India Azerbaijan 2024 women olympiad chess
भारत बनाम अजरबैजान के शुरुआती दौर में जॉर्जिया के कप्तान जीएम व्लादिमीर तुकमाकोव गेम्स पर नज़र डालते हुए। फोटो: मार्क लिवशिट्ज़/फिडे

आईएम दिव्या देशमुख और वंतिका अग्रवाल ने भी अपने गेम्स जीते, जबकि जीएम वैशाली रमेशबाबू ने अपना गेम ड्रॉ किया, जिससे भारत को चार में से 3.5 अंक हासिल किए। राहत की बात यह रही कि भारतीय महिलाओं ने देखा कि कजाकिस्तान अमेरिकी महिलाओं को हराने में विफल रहा, जिसका मतलब था कि इस बार स्वर्ण पदक जीतना निश्चित था।

2024 Budapest Olympiad women India Armenia

अपने इंटरव्यू में, हरिका निस्संदेह अभी भी 2022 में चेन्नई में हुए नाटकीय अंतिम दिन के बारे में सोच रही थीं, जब भारत अमेरिका से हार के कारण पहले से तीसरे स्थान पर आ गया था और कांस्य पदक जीता था।

"मैं बेहद खुश हूं कि आखिरकार हम जीत गए," उन्होंने कहा। "इस टूर्नामेंट के दौरान मेरे लिए यह एक उतार-चढ़ाव भरा सफर रहा है, और मुझे खुशी है कि महत्वपूर्ण खेलों में लड़कियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और आखिरकार हम सभी एक टीम के रूप में आए और हमने आखिरी गेम जीता, हमारे लिए इसका बहुत महत्त्व है। हमने यहां सभी मजबूत टीमों के साथ खेला, और मुझे लगता है कि हम इसके हकदार हैं।"

माइक क्लेन ने मैच जीतने के बाद भारतीय वूमेन टीम से बात की। वैशाली: "बहुत खुश हूं कि आखिरकार हम जीत गए। मुझे अभी भी याद है कि पिछले साल जब हम आखिरी राउंड में हार गए थे तो कितना दुख हुआ था। सच कहूं तो मैं कल रात उन चीजों के बारे में सोचकर सो नहीं पाई!" -(@chess24com) September 22, 2024

इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि भारत ने गैप्रिंडाशविली ट्रॉफी भी जीती, यह पुरस्कार जीएम नोना गैप्रिंडाशविली के नाम पर दिया जाता है, तथा यह पुरस्कार ओपन और महिला वर्गों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को दिया जाता है।

कजाकिस्तान के पास अमेरिका को हराने के मौके थे, लेकिन भारत की तरह एक बड़े अंतर से ऐसा करना हमेशा मुश्किल था। बोर्ड चार पर दो युवा खिलाड़ियों के बीच मुक़ाबला था, डब्ल्यूआईएम अलुआ नूरमान (17) ने एक प्यादा जीता क्योंकि आईएम एलिस ली (15) एक टैक्टिक से चूक गई लेकिन फिर भी ड्रॉ रखने में कामयाब रही। नूरमान इसके बाद काफी निश्चिंत थी, शायद इसलिए भी क्योंकि उनका 6.5/9 का स्कोर आईएम नॉर्म के लिए अच्छा है।

Alua Nurman Alice Lee Budapest Olympiad 2024
एलिस ली बनाम अलुआ नूरमान। फोटो: मार्क लिवशिट्ज़/फिडे

2024 Budapest Olympiad women Kazakhstan-USA

17 वर्षीय अलुआ नूरमान ने कजाकिस्तान के साथ टीम रजत जीता है। आज एलिस ली के खिलाफ़ जीत से चुकने के बारे में उन्होंने कहा: "मैं इस बारे में बहुत शांत हूँ - ऐसा होता है... बहुत बार!" - (@chess24com) September 22, 2024

अमेरिकी महिला टीम ने अपने #चेसओलंपियाड के बारे में बात की, जबकि वे यह जानने के लिए इंतजार कर रही थीं कि क्या उन्होंने पदक जीते हैं - उन्होंने पदक जीते थे, उनकी टीम ने कांस्य पदक जीता था! - (@chess24com) September 22, 2024

स्पेन, आर्मेनिया और जॉर्जिया की टीमें पदक से चूक गईं, जिनके बोर्ड अंक भी 17 थे, लेकिन उनका टाईब्रेक अमेरिका से खराब था।

ईरान बनाम इजराइल का मैच में किसी गेम का ना होना दुखद था, चेस टूर्नामेंट में ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है और शायद आज के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के साथ ऐसा होने की संभावना और भी बढ़ गई है। हालाँकि फिडे ने पहले भी समाधान पर काम करने के इरादे व्यक्त किए थे (उदाहरण के लिए, ऐसे मामलों में ईरान को दंडित करने की दिशा में काम करना), लेकिन स्थिति इतनी नाजुक हो सकती है कि उसे संभालना मुश्किल हो। 15 मिनट के बाद, मैच के ऑर्बिटर ने घड़ियों को रोक दिया और इजराइल की 4-0 से जीत घोषित कर दी।

Israel Iran chess women olympiad 2024
इज़राइल को राउंड 11 में कोई चेस खेलने का मौका नहीं मिला, फिर भी उसने 4-0 से जीत हासिल की। ​​फोटो: मार्क लिवशिट्ज़/फिडे

व्यक्तिगत प्रदर्शन पर नज़र डालें तो देशमुख ने शानदार ओलंपियाड खेला जिसमें उन्होंने 2600 से ऊपर का प्रदर्शन किया। यह बोर्ड तीन पर स्वर्ण पदक के लिए अच्छा था, जबकि विजेता टीम ने बोर्ड चार पर एक और व्यक्तिगत स्वर्ण जीता: वंतिका। शीर्ष बोर्ड पर स्वर्ण पदक चीन की जीएम झू जिनर के नाम रहा।

2024 Budapest Olympiad women individual gold medals

बोर्ड पांच के लिए स्वर्ण पदक विजेता, इज़राइल की डब्ल्यूएफएम दाना कोचावी थी जिन्होंने अपने सभी गेम जीते (8/8 स्कोर)। चूंकि 100-प्रतिशत स्कोर हमेशा विकृत रेटिंग प्रदर्शन की ओर ले जाते हैं, इसलिए उनका 2676 प्रभावशाली है, लेकिन शायद आईएम कैरिसा यिप के 2634 जितना नहीं, जो कोचावी के अलावा सभी महिलाओं में सबसे अधिक है।

Carissa Yip 2024 Budapest Olympiad

टीम कांस्य और व्यक्तिगत स्वर्ण!! 😎 - (@carissayipchess) September 22, 2024

पीटर डॉगर्स ने इस लेख पर रिपोर्टिंग में योगदान दिया।

पुनः कैसे देखें??

आप प्रसारण को फिर से chess24 यूट्यूब और ट्विच चैनलों पर देख सकते हैं, जबकि जीएम हिकारू नाकामुरा भी अपने ट्विच और किक चैनलों पर स्ट्रीमिंग करेंगे। खेलों को हमारे समर्पित 45वें फिडे चेस ओलंपियाड इवेंट पेज पर भी देखा जा सकता है।

लाइव प्रसारण की मेजबानी जीएम रॉबर्ट हेस, जीएम डैनियल नारोडित्स्की और जॉन सार्जेंट ने की थी।

45वां फिडे चेस ओलंपियाड राष्ट्रीय महासंघों के लिए एक विशाल टीम इवेंट है जो हर दो साल में होता है। 2024 में यह बुडापेस्ट, हंगरी में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 11 राउंड होंगे जो 11-22 सितंबर तक खेले जायेंगे। ओपन और वूमेन सेक्शन में पाँच खिलाड़ियों की टीमें स्विस ओपन में प्रतिस्पर्धा करती हैं, जिसमें प्रत्येक मैच चार बोर्ड पर खेला जाता है। जीत के लिए दो मैच पॉइंट और ड्रॉ के लिए एक मैच पॉइंट होता है, बोर्ड पॉइंट केवल तभी गिने जाते हैं जब टीमें बराबरी पर हों। खिलाड़ियों के पास प्रति गेम 90 मिनट होते हैं, साथ ही 40वें मूव से 30 मिनट, जिसमें हर मूव में 30 सेकंड की बढ़ोतरी होती है।


पिछला कवरेज:

Colin_McGourty
Colin McGourty

Colin McGourty led news at Chess24 from its launch until it merged with Chess.com a decade later. An amateur player, he got into chess writing when he set up the website Chess in Translation after previously studying Slavic languages and literature in St. Andrews, Odesa, Oxford, and Krakow.

Colin_McGourty द्वारा और भी बहुत कुछ
18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के निर्विवाद चेस विश्व चैंपियन बने!

18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के निर्विवाद चेस विश्व चैंपियन बने!

13वें गेम में गुकेश के दबाव का डिंग ने किया बखूबी सामना।

13वें गेम में गुकेश के दबाव का डिंग ने किया बखूबी सामना।